पंचांग पद्धति वाक्य
उच्चारण: [ penchaanega peddheti ]
उदाहरण वाक्य
- भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास 4. 11
- भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास को खर मास कहते हैं।
- भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास को खर मास कहते हैं।
- शुद्ध और प्रामाणिक पंचांग के निर्माण में यह गृह लाघवीय पंचांग पद्धति सर्वाधिक उपयुक्त है।
- मलमास आरंभ / खरमास की शुरुआत (शनिवार 15 दिसंबर) भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास को खर मास कहते हैं।
- मलमास आरंभ / खरमास की शुरुआत (शनिवार 15 दिसंबर) भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास को खर मास कहते हैं।
- वर्तमान हिंदू पंचांग पद्धति के निर्माता आर्यभट के समय में, जो उत्सव जिन ऋतुओं में पड़ा करते थे, वे उत्सव उन्हीं ऋतुओं में आज भी पड़ेंगे।
- सामान्यत: भारतीय पंचांग पद्धति की समस्त तिथियाँ चन्द्रमा की गति को आधार मानकर निर्धारित की जाती हैं, किन्तु मकर संक्रान्ति को सूर्य की गति से निर्धारित किया जाता है।
- पुरुषोत्तम (मलमास) मास का आरंभ (18 अगस्त से 16 सितंबर) भारतीय पंचांग पद्धति में तेज रफ्तार चंद्रमा आधारित चान्दमास को संतुलित करने के लिए मलमास की व्यवस्था की गई है।
- विवाह-मुण्डन का शुभ मुहूर्त हो या श्राद्ध-तर्पण आदि सामाजिक कार्यों का अनुष्ठान, ये सब भारतीय पंचांग पद्धति के अनुसार ही किया जाता है, ईस्वी सन् की तिथियों के अनुसार नहीं।
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